दोस्तो दूध का उत्पादन व्यापारिक स्तर पर करने के लिए सर्वप्रथम आदर्श गौशाला का निर्माण की आवश्यकता होती हैं. दुधारू पशुओं को स्वास्थ्य की सही देखभाल और उनसे अधिकतम दूध प्राप्ति की सम्पूर्ण जानकारी के लिए हम अपने वेबसाईट पर एक सीरीज प्रकाशित कर रहे हैं. इसके पहले कड़ी में हम पशुओ के बाड़े को सुव्यवस्थित ढंग से विकसित करने के बारे में जानेंगे।
एक आदर्श गौशाला(बाड़ा) का निर्माण निम्न बिंदुओं को ध्यान में रखकर किया जाता हैं.
● दुधारू पशुओ के बाड़े का निर्माण सड़क के निकट करना बेहतर माना जाता हैं. चारा, चोकर, गोबर, दूध इत्यादि समाग्री की परिवहन करने के नजरिये से गौशाला का निर्माण सड़क के समीप करना आवश्यक होता हैं।
● पशुओ के भोजन के लिए नाद का निर्माण इस ढंग से करनी चाहिए जिसके दोनों ओर से पशुएँ एक साथ भोजन कर सके. इससे पशुओ को चारा डालने मे आसानी होती हैं. तथा उनके गोबर को आसानी से एकत्रित किया जा सकता हैं।
● पशुओं के मूत्र को निकलने के लिए ठीक उनके पीछे एक पतली नाली का निर्माण करनी चाहिए. नाली के ऊपर लोहे की मजबूत झिल्लीदार परत लगा देनी चाहिए. जिससे पशु का पैर उसपर आ जाने पर कोई नुकसान ना हो।
● पशुओ के मूत्र को निकालने के लिए बने इस नाली का उपयोग पशुओ को साफ करने के लिए उपयोग की जाने वाली पानी को बाड़े से निकालने के लिए भी किया जाता है।
● पशुओ के गर्भावस्था के दौरान उन्हें झुंड से अलग रखना आवश्यक होता हैं. इसके लिए बाड़े में ही अलग से जगह बनाई जाती हैं. नये जन्मे बछड़े की विशेष देखभाल की जरूरत होती हैं. जो सामान्य बाड़े में अन्य पशुओं के साथ सम्भव नहीं हो पाती हैं।
● पशुओ की स्वच्छता के साथ साथ गौशाला को भी भी स्वच्छ रखना आवश्यक होता हैं. इसके लिए यह सुनिश्चित किया जाता हैं कि पशुओ का मल मूत्र ज्यादा समय तक गौशाला में ना सड़ते रहें।
● पशुओ की स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग के लिए उनका विशेष पहचान आवश्यक होता हैं इसलिए बाड़े की सभी पशुओ की एक विशेष नम्बर की पट्टा पहनाई जाती हैं. जिससे उनकी स्वास्थ्य तथा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी क्रमबद्ध रखा जा सकें।
● किसी भी प्रकार भी संक्रमण की चपेट में आई पशु को बाड़े की अन्य पशुओ से अलग कर दी जाती है. पशुओ में संक्रमण काफी तेजी से फैलती हैं. इस लिए संक्रमित पशु की पहचान करके उसे बाड़े की अन्य पशुओ से अलग करके ही उसकी उचित उपचार की जाती हैं।
● गौशाला में पशुओ से दूध निकालने के लिए यंत्र का ही इस्तेमाल करने को प्राथमिकता देनी चाहिए. इससे समय तथा श्रम दोनों की बचत होती है. तथा दूध को संग्रह करने में भी आसानी होती हैं।
दोस्तों आप इन बिन्दुओ को ध्यान में रखकर अपनी दुधारू पशुओं के लिए बाड़े का निर्माण करें. इससे उनकी पालन कार्यों में आसानी होगी। आप यह लेख हमारी वेबसाइट ayurr.in पर पढ़ रहे हैं. पशुपालन तथा मानव स्वास्थ्य संबंधित अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारे Home page पर विज़िट करें।
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